Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसकी भुजा Ab भुजा Cd के समांतर है। यदि विकर्ण Ac व Bd एक दूसरे को
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसकी भुजा Ab भुजा Cd के समांतर है। यदि विकर्ण Ac व Bd एक दूसरे को
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसकी भुजा Ab भुजा Cd के समांतर है। यदि विकर्ण Ac व Bd एक दूसरे को
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमें Abcd तथा E भुजा Ad का मध्य बिंदु
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमें Abcd तथा E भुजा Ad का मध्य बिंदु
चित्र में यदि Abcd एक समलम्ब है जिसमें Ab ।। Dc तो सिद्ध कीजिए कि A
चित्र में यदि Abcd एक समलम्ब है जिसमें Ab ।। Dc तो सिद्ध कीजिए कि A
Abcd एक समान्तर चतुर्भुज और X भुजा Ab का मध्य बिंदु है । यदि Araxcd
Abcd एक समान्तर चतुर्भुज और X भुजा Ab का मध्य बिंदु है । यदि Araxcd
Abcd एक चक्रीय समलम्ब है जिसकी समान्तर भुजाएँ Ab और Cd है। भुजा
Abcd एक चक्रीय समलम्ब है जिसकी समान्तर भुजाएँ Ab और Cd है। भुजा
Abcd एक समांतर चतुर्भुज है। भुजा Ab और Ad पर क्रमशः बिंदु P और Q इस प्
Abcd एक समांतर चतुर्भुज है। भुजा Ab और Ad पर क्रमशः बिंदु P और Q इस प्
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसकी Abdc है तथा इसके विकण O पर प्रतिच्छ
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसकी Abdc है तथा इसके विकण O पर प्रतिच्छ
संलग्न चित्र में Abcd एक समान्तर चतुर्भुज है। यदि भुजा Ab को P तक इस
संलग्न चित्र में Abcd एक समान्तर चतुर्भुज है। यदि भुजा Ab को P तक इस
Abcd एक चक्रीय चतुर्भुज है जिसकी भुजा Ab शीर्षों A B C D से होकर जा
Abcd एक चक्रीय चतुर्भुज है जिसकी भुजा Ab शीर्षों A B C D से होकर जा
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमे Ab Dc विकर्ण Ac और Bd एक दूसरे को
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमे Ab Dc विकर्ण Ac और Bd एक दूसरे को
Abcd एक चतुर्भुज है जिसमें P Q R और S क्रमश भुजाओं Ab Bc
Abcd एक चतुर्भुज है जिसमें P Q R और S क्रमश भुजाओं Ab Bc
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमें Ab Dc है तथा Ab 2dc है। Deltaao
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमें Ab Dc है तथा Ab 2dc है। Deltaao
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd है जिसमें Abdc के विकर्ण Ac और Bd परस्पर O प
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd है जिसमें Abdc के विकर्ण Ac और Bd परस्पर O प
दिए गए चित्र में Abc एक समद्विबाहु त्रिभुज है जिसकी भुजा Abac तथा Xy
दिए गए चित्र में Abc एक समद्विबाहु त्रिभुज है जिसकी भुजा Abac तथा Xy
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd में Ab Dc और Dc 2 Ab यहाँ Ab के समान्तर
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd में Ab Dc और Dc 2 Ab यहाँ Ab के समान्तर
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd जिसमें Ab ।। Dc है के विकर्ण परस्पर O पर प
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd जिसमें Ab ।। Dc है के विकर्ण परस्पर O पर प
Abcd एक चक्रीय समलम्ब चतुर्भुज है जिससे Ad तथा Bc समान्तर है यदि An
Abcd एक चक्रीय समलम्ब चतुर्भुज है जिससे Ad तथा Bc समान्तर है यदि An
एक चक्रीय समलम्ब चतुर्भुज Abcd में भुजा Ab भुजा Dc के समान्तर है सि
एक चक्रीय समलम्ब चतुर्भुज Abcd में भुजा Ab भुजा Dc के समान्तर है सि
Abcd एक चतुर्भुज है जिसमें Ab Ad और Cb Cd है। सिद्ध कीजिए कि Ac
Abcd एक चतुर्भुज है जिसमें Ab Ad और Cb Cd है। सिद्ध कीजिए कि Ac
चित्र में Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जहाँ Abdc तथा Anglebcd60
चित्र में Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जहाँ Abdc तथा Anglebcd60
संलग्न चित्र में Abcd एक चक्रीय चतुर्भुज है जिसकी भुजा Ab वृत्त का एक व्यास है यदि `angleadc
संलग्न चित्र में Abcd एक चक्रीय चतुर्भुज है जिसकी भुजा Ab वृत्त का एक व्यास है यदि `angleadc
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd में Abdc है तथा L भुजा Bc का मध्य बिन्दु है।
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd में Abdc है तथा L भुजा Bc का मध्य बिन्दु है।
Abcd एक समांतर चतुर्भुज है Bc का मध्यबिंदु P है। यदि Dp और Ab को बढ़ाने पर N बिंदु पर मिलती है
Abcd एक समांतर चतुर्भुज है Bc का मध्यबिंदु P है। यदि Dp और Ab को बढ़ाने पर N बिंदु पर मिलती है
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमें Abcd तथा Ad एवं Bc के मध्य बिंदु क
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमें Abcd तथा Ad एवं Bc के मध्य बिंदु क
Abcd एक समलम्ब है जिससे Abdc हैac के समांतर एक रेखा Ab को X पर औ
Abcd एक समलम्ब है जिससे Abdc हैac के समांतर एक रेखा Ab को X पर औ
दी गई आकृति में Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमे Abdc तथा Ab 2dc
दी गई आकृति में Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमे Abdc तथा Ab 2dc
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd में Abcd है एवं इसके विकर्ण O बिंदु पर मिलत
एक समलम्ब चतुर्भुज Abcd में Abcd है एवं इसके विकर्ण O बिंदु पर मिलत
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज हैं जिसमें Abcd के समान्तर हैं। M तथा N क्र
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज हैं जिसमें Abcd के समान्तर हैं। M तथा N क्र
चित्र में यदि Abcd एक समलम्ब है जिसमें Ab ।। Dc तो सिद्ध कीजिए कि A
चित्र में यदि Abcd एक समलम्ब है जिसमें Ab ।। Dc तो सिद्ध कीजिए कि A
एक चक्रीय समलम्ब चतुर्भुज इस प्रकार है जिसकी भुजाए Ad तथा Bc समान्
एक चक्रीय समलम्ब चतुर्भुज इस प्रकार है जिसकी भुजाए Ad तथा Bc समान्
चित्र में Abcd एक समलम्ब है जिसमें Ab ।। Bc तथा Dc 40 सेमी तथा Ab
चित्र में Abcd एक समलम्ब है जिसमें Ab ।। Bc तथा Dc 40 सेमी तथा Ab
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमें Ab Dc है। यदि बिन्दु E Ad का मध्
Abcd एक समलम्ब चतुर्भुज है जिसमें Ab Dc है। यदि बिन्दु E Ad का मध्
Abcd एक ट्रैपीजियम समलम्ब है जहाँ Abdc के समान्तर है। यदि Ab
Abcd एक ट्रैपीजियम समलम्ब है जहाँ Abdc के समान्तर है। यदि Ab
एक पतली धातु की शीट जो एक समलम्ब Abcd के रूप में है जिसमें Abcd
एक पतली धातु की शीट जो एक समलम्ब Abcd के रूप में है जिसमें Abcd
चित्र 12 में Abcd एक समलंब चतुर्भुज है जिसमे Ab Dc है
चित्र 12 में Abcd एक समलंब चतुर्भुज है जिसमे Ab Dc है